शिमला34 मिनट पहले
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स्कूल केजी क्लास की फीस इस तरह ले रहा है।
- आईवीवाई इंटरनेशनल स्कूल पर प्यूपिल फंड, लैबाेरेटरी, लाइब्रेरी फीस लेने का भी आरोप
- शिक्षा मंत्री गाेविंद ठाकुर, सीएम हेल्पलाइन पर पेरेंट्स कर चुके शिकायत
लाॅकडाउन के दाैरान निजी स्कूलाें काे हाईकाेर्ट के आदेश के बाद सरकार ने सिर्फ ट्यूशन फीस लेने के आदेश दिए थे। जबकि शिमला के आईवीवाई इंटरनेशनल स्कूल में नियमाें की अवहेलना की गई है। यहां पर ट्यूशन फीस के अलावा भी अन्य चार्जेस लिए जा रहे हैं। अभिभावकाें से पूरी फीस वसूली जा रही है, वहीं फीस न देने वाले छात्राें काे ऑनलाइन कक्षाओं से भी बाहर कर दिया है। ऐसे में अभिभावकाें ने इसकी शिकायत जहां शिक्षा मंत्री गाेविंद सिंह ठाकुर, शिक्षा विभाग और सीएम हेल्पलाइन पर भी की है। शिक्षा विभाग के निदेशक डाॅ. अमरजीत शर्मा की ओर से इस निजी स्कूल काे नाेटिस भेजा गया है।
वहीं, शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियाें ने स्कूल का निरीक्षण भी किया है। जिसकी अब रिपाेर्ट तैयार की जा रही है। पेरेंट्स एसाेसिएशन के संयाेजक मनाेज ठाकुर का कहना अभिभावकाें काे परेशान किया जा रहा है। ट्यूशन फीस हम दे रहे हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन पूरी फीस मांग रहा है। शिक्षा विभाग काे इस बारे में बताया गया है। अब जिन छात्राें के अभिभावक आवाज उठा रहे हैं, उनके बच्चाें काे ऑनलाइन कक्षाओं से भी बाहर किया जा रहा है।
हैरतः केजी क्लास में लैबाेरेटरी का चार्ज भी निजी स्कूल गैर जरूरी फीस ले रहा है। केजी क्लास की फीस भी करीब 49 हजार ली जा रही है। यहां पर लैबाेरेटरी के चार्ज भी लिए जा रहे हैं। जबकि लैबाेरेटरी का केजी क्लास में काेई काम नहीं हैं।
23800 रुपए ट्यूशन फीस
6678 रुपए प्यूपिल फंड
7612 लैब चार्ज
3000 ई केयर चार्ज
1080लाइब्रेरी फीस
अब शिक्षा विभाग स्कूल में ये करेगा जांच
- उपनिदेशक देखेंगे कि साल 2019 में कितनी ट्यूशन फीस तय थी और अब कितनी तय की गई है।
- स्कूल फीस में बढ़ोतरी करते हुए अगर पाए जाते हैं ताे उनकी जानकारी उच्च शिक्षा निदेशालय को दी जाएगी।
- उच्च शिक्षा निदेशक डाॅ. अमरजीत शर्मा के आदेश हैं कि सरकार ने फिलहाल बीते साल तय की गई ट्यूशन फीस ही निजी स्कूलों को लेने को कहा है। अन्य फंड स्थगित किए गए हैं।
नियमों के तहत ले रहे फीस, पेरेंट्स बेवजह मामले को दे रहे तूलः प्रिंसिपल
हम पूरी नियमाें के तहत फीस ले रहे हैं। सरकार की ओर से जाे नियम तय किए गए हैं, उसके हिसाब से ही अभिभावकाें काे फीस देने के लिए कहा गया है। कुछ पेरेंटस है, जाे बेवजह मामले काे तूल दे रहे हैं। वे अन्य अभिभावकाें काे भी भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। शिक्षा विभाग की टीम ने भी स्कूल का निरीक्षण किया था।
चंद्रेश चाैहान, प्रिंसिपल,आईवीवाई इंटरनेशनल स्कूल भट्टाकुफर
जब स्कूल खुले ही नहीं ताे बाकी चार्ज क्योंः निजी स्कूल की पेरेंटस एसाेसिएशन का आराेप है कि अगर स्कूल नहीं खुले हैं ताे ट्यूशन फीस के अलावा अन्य चार्जेस क्याें लिए जा रहे हैं। जबकि सरकार अाैर शिक्षा विभाग ने पहले ही नियम तय किए है कि सिर्फ ट्यूशन फीस ही ली जाए। जबकि, यहां नियमाें की उल्लंघना हाे रही है।
ये नियम स्कूलों के लिए
- स्कूल बंद रहने तक सिर्फ ट्यूशन फीस ही लें।
- स्कूल शिक्षा बोर्ड सहित सीबीएसई, आईसीएसई वाले निजी स्कूलों को इन आदेशों का पालन करना होगा।
- लॉकडाउन के दौरान निजी स्कूल ट्यूशन फीस में अन्य किसी भी फंड को शामिल नहीं कर सकेंगे।
- मेंटेनेंस फंड, स्पोर्ट्स फंड, कंप्यूटर फीस, को-करिकुलर फीस, ट्रांसपोर्ट फीस सहित अन्य किसी भी फंड को इस दौरान नहीं लिया जा सकेगा।
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